मेरे गाये गीत
शुक्रवार, मार्च 05, 2010
सजनवा बैरी हो गए हमार
सजनवा बैरी हो गए हमार : शरद के स्वर में
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मेरे बारे में
शरद तैलंग
सुगम संगीत गायक,व्यंग्यकार रंगकर्मी,ग़ज़लकार,कवि,आयोजक, पूर्व कार्यकारिणी सदस्य राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर,संयोजक सप्त शृंगार संस्था,
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